
निबंध कैसे लिखें? चाहिए 10 मे से 10 नम्बर तो ये हैं निबंध लिखने का सही तरीका, आप परीक्षा में निबंध तो लिखें होंगे क्या उसके पुरे नम्बर मिले हैं। अगर नहीं तो आज जानेगे निबंध लिखने का तरीका और अच्छे निबंध कैसे लिखें? सारी जानकारी प्राप्त करेंगे।
आज बेहद ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने वाले हैं जिसे पढ़ने के बाद बहुत ही ज्यादा अच्छा महसूस करेंगे। जैसा की आपको पता चल चुका है की आज का विषय है निबंध लिखने की जानकारी देना जिससे की हम परीक्षा में एक अच्छा और ज्ञानवर्धक निबंध लिख सकें। जिसे पढ़ने के बाद जाँचकर्ता को आपके द्वारा लिखे गए निबंध समझ में आ जाए। जिसके बाद 10 मे से 10 नम्बर आसानी से मिल जायेंगे। तो आइए जानते हैं। निबंध कैसे लिखें? (How to Write Essay in hindi) और (Nibandh likhne ka tarika in hindi) निबंध लिखने का सही तरीका
निबंध कैसे लिखें?(How to Write Essay in hindi)
एक अच्छी निबंध लिखने के लिए निबंध की मुख्य अंगों की पहचान होना आवश्यक है। तभी एक सरल तरीके से निबंध लिख सकतें हैं। भले ही आपका विषय कुछ हो मगर सभी में शुरुआत मुख्य बिन्दु से ही की जानी चाहिए। जिससे की आपका लिखा हुआ निबंध का भी एक हिस्सा हो और आपके द्वारा दर्शाये गए मुख्य बिन्दु को आसानी से समझा जा सके। आइए जानते हैं कि निबंध लिखने का सही तरीका क्या है?
1. रुप रेखा
जब भी आप निबंध लिखना शुरु करें। तो अपने निबंध के शुरुआत में रूपरेखा शामिल जरुर करें। इसके अन्दर आपको यह लिखना है। की आप अपने लेख के अंदर मुख्य बिंदू क्या क्या डालने वाले हैं। यानी की आप जीतने भी निबंध के अन्दर Heading लिखेंगे। शुरुआती यानी की रुप रेखा में दर्शायें। जिससे की पहले ही पता चल सके की निबंध कैसा है।
2. प्रस्तावना
किसी भी निबंध का सबसे पहला शुरुआत यानी की Heading प्रस्तावना ही होता है। इसके अन्दर निबंध के परिचय लिखें। और उस निबंध से जुड़े हुए मुख्य विषय को इसके अंदर ही दर्शायें। अब बात है की निबंध लिखना किस प्रकार से है? तो चलिए मान लेते हैं की होली पर निबंध लिखना है तो सबसे पहले पन्ने के बीच में चाहे आप जहाँ से शुरु कर रहें हो। भारत देश लिख देना है। उसके बाद एक लाईन नीचे से प्रस्तावना लिखकर ठीक उसके सामने से परिचय लिखना शुरु करें। और इस तरह से निबंध लिखने का शुरुआत सही तरीके से होते हैं।
होली
रुपरेखा:- प्रस्तावना
प्रस्तावना:- होली भारत में मनाये जानेवाले मुख्य त्योहारों मे से एक है। जिसे हिंदी वर्ष के फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन से शुरुआत की जाती है। और ठीक इसके अगले दिन चैत्र मास में रंगोत्सव मनाएं जाते हैं।
तो आपने समझा की निबंध लिखने की शुरुआत कैसे की जाती है। अब आगे देखतें हैं।
3. विस्तार
विस्तार निबंध का पुरा गहरायी तक परिचय कर वाता है। इसके अन्दर ही निबंध के पीछे की रहष्य और उसके गुण और अवगुण को दर्शाना होता है। जैसे की होली पर निबंध लिखना हो तो होली मनाने के पीछे के कारण, होली मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई? और इस त्योहार को मनाने के दौरान किए जानेवाले गतिविधियों और सावधानियों को लिख सकतें हैं। इस तरह से निबंध लिखेंगे तो बहुत ही ज्यादा उम्मीद है की परिक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होंगे। क्योंकि निबंध लिखने का मतलब यह है की आप किसी भी विषय या वस्तु के पूरी विस्तार से जानकारी देने वाले होते हैं चाहे उसके फायदे बताने हो या उसका कोई नुक्सान है तो वह भी लिखना है। तभी एक पुर्ण निबंध लिखी जा सकती है।
4. उपसंहार
किसी भी निबंध को अंत करते वक्त ऐसे ही कही पर भी खत्म नहीं करना चाहिए। बल्कि ऐसा करने के वजाय उपसंहार लिखना ना भूले। जैसे की किसी भी विषय के ऊपर निबंध लिखें हो तो उपसंहार में यह लिखें की इससे हमे क्या सीख मिलती है। या इसमें इस तरह के सुधार या बदलाव लाए जा सकते हैं। जैसे की होली का ही मान लेते हैं तो उपसंहार में यह लिख सकतें हैं। की
उपसंहार:- होली के त्योहार के दिन कुछ लोगों के द्वारा मादक पदार्थों के सेवन करने के बाद अशांति माहौल उत्त्पन्न कर देते हैं जो की त्योहार के लिये अच्छी नहीं है। बल्कि इसे खुशी और उमंग से त्योहार मनानी चाहिए।
बस इसी तरह निबंध को समाप्त करना चाहिए। जिससे की लगे की आपने जो जानकारी दिए हैं वह पुर्ण है। और ज्यादा सरल तरीके से समझाने के लिए अपनी भाषा में लिखने का प्रयास करें। और पुरे शब्द में निबंध लिखें।
निबंध कितने प्रकार के होते हैं?
निबंध 3 प्रकार के होते हैं।
- भावनात्मक
- विचारात्मक
- वर्णात्मक
आइए अब जानते हैं तीनों निबंध का विस्तार
भावनात्मक निबंध
भावनात्मक निबंध उसे कहते हैं जिसमें लेखक के द्वारा किसी विशेष विषय पर अपनी भावना, विचार और अनुभव को निबंध के माध्यम से व्यक्त करता है इसे भावनात्मक निबंध कहते हैं। भावनात्मक निबंध के माध्यम से लेखक अपने विचारों और अनुभव को साझा करते हैं। जिससे अपनी भावनाओं को प्रकट कर एक सुव्यवस्थित निबंध बनाया जा सकता है।
विचारात्मक निबंध
विचारात्मक निबंध किसी व्यक्ति विशेष, वस्तु, दृश्यों के गुणों और अवगुणों को लेखक वर्णन करते हैं। इसे लेखक अपनी कला और चिंतन के मदद से विचारात्मक निबंध को लिखते हैं।
वर्णनात्मक निबंध
वर्णनात्मक निबंध किसी व्यक्ति, स्थान, भावना, स्थिति की वर्णन करती है जिसमें उनकी परिचय, मुख्य भाग और निष्कर्ष तीन भागों में वर्णन किया जाता है। वर्णात्मक निबंध लिखने के लिए ये तीन पहलू को ध्यान रखा जाता है और ये तीनों भागों को मिलाकर एक वर्णनात्मक निबंध लिखा जाता है।
वर्णनात्मक निबंध दो तरीकों से लिखा जाता है, एक व्यक्ति विशेष और दूसरा औपचारिक निबंध,
व्यक्ति विशेष निबंध
व्यक्ति विशेष निबंध में किसी खास व्यक्ति के परिचय और जीवनी के बारे में जानकारी साझा किया जाता है। इस निबंध को लिखने के लिए औपचारिक भाषा का प्रयोग करें ताकि लोग इसे पढ़ने के लिए उत्सुक हो।
औपचारिक निबंध
औपचारिक वर्णनात्मक निबंध में व्यक्ति विशेष के बारे में घटित घटनाएं, ऐतिहासिक घटना, जलवायु परिवर्तन, समाचार जैसे विषयों को लिखा जाता है जिसे पढ़ने के लिए लोग ज्यादा उत्सुक होते हैं। किसी खास जानकारी को प्राप्त कर साझा करना औपचारिक वर्णनात्मक निबंध कहलाता है।
निष्कर्ष: निबंध कैसे लिखें?
आशा है कि आपको निबंध लिखने का तरीका पसंद आया होगा। और आप सीखें की निबंध कैसे लिखें? हिंदी में निबंध लेखन के तरीका को सही से पालन करते हैं तो 10 में से 10 नहीं तो 9 अंक जरुर हासिल कर पाएंगे। इसी तरह के महत्वपूर्ण और जानकारी से भरी टॉपिक के लिए हमारे पेज को सब्सक्राइब जरुर करें। और इस पोस्ट से जुड़े किसी भी तरह के सवाल हैं तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से पुछ सकते हैं। इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरुर करें।
FAQ
Q-1. निबंध का अंतिम भाग क्या होता है?
- निबंध का अंतिम भाग उपसंहार होता है।
Q-2. निबंध लेखन का तरीका कैसी होनी चाहिए?
- निबंध लेखन का तरीका साफ और सरल होनी चाहिए।
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